प्रशासन ने 7 मई को मॉक ड्रिल ब्लैक आऊट की घोषणा
Mock Drill Blackout on May 7
शाम साढ़े 7 बजे से 10 मिनट तक के लिए बंद रहेगी लाइटे।
रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Mock Drill Blackout on May 7: मंगलवार शाम करीब 4 बजे चंडीगढ़ के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने केंद्र सरकार के आदेशों का पालन करते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जिसमें उन्होंने बताया कि 7 मई को सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि मॉक ड्रिल शाम करीब 4:00 बजे सरकारी भवनों में की जाएगी।और उसके बाद शाम करीब साढ़े 7 बजे से 10 मिनट तक पूरा शहर ब्लैक आऊट किया जाएगा। इसी दौरान शहर के लोगों से अपील की गई कि वे स्वयं अपने घरों और प्रतिष्ठानों की बिजली बंद रखें। उपायुक्त का कहना है कि ब्लैकआउट में अस्पतालों और आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है। यह अभ्यास संभावित आपात स्थिति से निपटने की तैयारी और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे निर्धारित समय पर बिजली बंद कर इस अभ्यास को सफल बनाने में सहयोग करें।इस मौके पर एसएसपी कंवरदीप कौर भी मौजूद थी।
क्या था मामला।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो चुकी हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 7 मई को देश के 244 सिविल डिफेंस जिलों में "युद्धकालीन हालात से निपटने की मॉक ड्रिल" आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। चंडीगढ़ भी इन 244 जिलों में शामिल है। इसको लेकर चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस की तैयारियां युद्धस्तर पर जारी हैं।
आईजी राजकुमार, जो इस समय डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे हैं, खुद सभी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। मॉक ड्रिल के सफल आयोजन के लिए चंडीगढ़ पुलिस, ऑपरेशन सेल, क्राइम ब्रांच, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, नगर निगम, बिजली विभाग, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग सहित सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
मॉक ड्रिल और इसका उद्देश्य
मॉक ड्रिल एक तरह की अभ्यास प्रक्रिया होती है, जिसके माध्यम से आपात स्थिति जैसे युद्ध, आतंकी हमला, गैस लीक, केमिकल अटैक या बम धमाके जैसी घटनाओं से निपटने के लिए सरकारी एजेंसियों और आम जनता की तैयारी और प्रतिक्रिया समय की जांच की जाती है। इसमें वास्तविक घटना जैसी स्थिति बनाई जाती है, ताकि सभी विभागों की कोआर्डिनेशन क्षमता, एवाकुएशन सिस्टम, मेडिकल रिस्पॉन्स, संचार व्यवस्था और जनता की जागरूकता का मूल्यांकन हो सके।
कल ये होगा चंडीगढ़ में
- घटना का डुप्लीकेट दृश्य तैयार किया जाएगा, जैसे कि बम धमाका या केमिकल लीक।
- फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, पुलिस और राहत टीमें मौके पर पहुंचेंगी।
- आम लोगों को कैसे सुरक्षित निकालना है, इसकी प्रक्रिया चलाई जाएगी।
- जगह-जगह पर अलार्म सिस्टम और सायरन चलाए जा सकते हैं।
- कुछ जगहों पर सड़कें बंद की जा सकती हैं या ट्रैफिक डायवर्ट होगा।
- स्कूलों, बाजारों और दफ्तरों में भी अलर्ट किया जाएगा।